" आंचल "

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" आंचल " मां तेरे आंचल के जैसी,  ना कोई छाया है, मां की ममता के आगे तो,  ईश्वर ने भी शीश नवाया है। मां मेरे अस्तित्व में, तेरी छवि झलकती ...

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