1 Part
95 times read
4 Liked
" आंचल " मां तेरे आंचल के जैसी, ना कोई छाया है, मां की ममता के आगे तो, ईश्वर ने भी शीश नवाया है। मां मेरे अस्तित्व में, तेरी छवि झलकती ...